रामलीला मैदान से 158 विद्यार्थी हिरासत में

यंग इंडिया कोआर्डिनेशन कमेटी की ओर से मंगलवार को दिल्ली चलो मार्च का आह्वान किया गया था। मार्च में शामिल होने के लिए जेएनयू और दूसरे विश्वविद्यालयों के छात्र रामलीला मैदान पर जुटने वालेे थे। वहां से जंतर-मंतर तक मार्च निकालने की तैयारी थी। इससे पहले पुलिस ने रामलीला मैदान से 158 विद्यार्थियों को हिरासत में ले लिया। इसके बावजूद जंतर- मंतर पर सैकड़ों छात्रों नेे सीएए, एनआरस, एनपीआर और दिल्ली हिंसा के खिलाफ प्रदर्शन किया। हालांकि पुलिस ने प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी थी।


जेएनयू छात्रसंघ की अध्यक्ष आईशी घोष, पूर्व अध्यक्ष एन साई बालाजी, पूर्व छात्र उमर खालिद, पूर्व आईएएस के. गोपीनाथन, भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद समेत आईसा, एसएफआई और दूसरे वामपंथी छात्र संगठनों के छात्र इस प्रदर्शन में शामिल हुए। एनसाई बालाजी ने कहा कि 27 फरवरी को अनुमति के लिए आवेदन किया गया था। लेकिन पुलिस की ओर से सोमवार को प्रदर्शन की अनुमति नहीं देने की जानकारी दी गई। उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस सरकार केे इशारे पर नाच रही है। छात्रों की गिरफ्तारी की ंसूचना मिलने के बाद जेएनयू छात्रसंघ की अध्यक्ष आईशी घोष ने ट्विटर के माध्यम से छात्रों से सीधे जंतर- मंतर पहुंचने का आह्वान किया। इसके बाद छात्रों को अलावा भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद भी सीधे जंतर-मंतर पहुंचे। चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि उनके साथ आ रहे छात्रों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। लेकिन सरकार उनके इरादों को हिला नहीं पाएगी।
उमर खालिद ने कहा ,पहले कपिल मिश्रा को पकड़ो
वायरल हो रहे वीडियो के मसले पर प्रदर्शन में शामिल उमर खालिद ने कहा कि मैं अपने बयान पर कायम हूं, मैंने कुछ गलत नहीं कहा है। अगर इसके आधार पर मैं दोषी हूं, तो पहले कपिल मिश्रा को पकड़ो। उमर खालिद ने सरकार को गिरफ्तारी की चुनौती दी है।